नोटबंदी के बाद 2016 के अंतिम महीनों में डिजिटल पेमेंट और मोबाइल वॉलेट कंपनियों के अच्छे दिन आए। हालांकि 2017 में उनके साथ ही लघु और मध्यम आकार