नेपाली मॉडल की खून से लथपथ लाश मिली थी:शरीर के दो टुकड़े हुए, सिर भी धड़ से लटक रहा था, कनाडा जाने से नाराज था जेठ
|9 मई 2019 की बात है नेपाल की मशहूर मॉडल अंजना लामा के मायके कॉल कर जल्द से जल्द ससुराल आने को कहा गया। जैसे ही परिवार पहुंचा तो घर के बाहर पुलिस और पड़ोसियों की भीड़ इकट्ठा थी। ससुराल वाले रोते-बिलखते दरवाजे पर बैठे थे। तभी एक पुलिसवाला अंजना के पिता के पास पहुंचा और उनसे कमरे में चलने को कहा। जैसे ही अंजना के पिता कमरे में पहुंचे तो मंजर भयावह था। वो तुरंत मुंह पर हाथ रख घबराए हुए वहां से बाहर निकल आए। उस बेतरतीब कमरे में अंजना की टुकड़ों में कटी लाश बिस्तर से लटक रही थी। सिर, धड़ से सिर्फ एक नस के सहारे जुड़ा था। अंजना का आधा शरीर बिस्तर पर और आधा जमीन की तरफ लटक रहा था। उनका दाहिना हाथ बीच से काटा गया था, जो लाश से चंद कदमों की दूरी पर ही कटा पड़ा था। एक टांग भी धड़ से अलग दूर पड़ी थी। कमरा-बिस्तर खून से लथपथ था और दीवारों पर भी हर तरफ छींटे थे। अंजना के चेहरे पर चाकू के इतने जख्म थे कि खाल नजर तक नहीं आ रही थी। अंजना नेपाल की मशहूर मॉडल थीं। वो जल्द ही पति के साथ कनाडा शिफ्ट होने वाली थीं। ऐसे में हर किसी का सवाल ये था कि आखिर उनके अपने घर और कमरे में घुसकर इतने वीभत्स हत्याकांड को किसने अंजाम दिया होगा और क्यों? इन सवालों के जवाब आज पढ़िए अनसुनी दास्तान के इन 4 चैप्टर्स में- 26 अप्रैल 1995 को अंजना लामा का जन्म नेपाल के हेटौडा में हुआ था। तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी अंजना बेहद खूबसूरत थीं। अंजना 11वीं क्लास में थीं, जब एक कॉमन दोस्त के जरिए उनकी प्रज्जवल महत से मुलाकात हुई। अंजना लामा, तमंग जाति की थीं, जबकि प्रज्जवल क्षेत्री जाति के थे, जो अपर कास्ट में आते थे। उनका परिवार ललितपुर में रहता था, हालांकि वो नौकरी के सिलसिले में 100 किलोमीटर दूर हेटौडा में रहते थे। कास्ट डिफरेंस के बावजूद दोनों की दोस्ती बढ़ते हुए प्यार में बदल गई। करीब 2 साल तक रिलेशनशिप में रहने के बाद दोनों ने शादी का फैसला कर लिया। जैसे ही ये खबर दोनों के घरवालों तक पहुंची तो खूब हंगामा हुआ। दोनों ही परिवार इस शादी के खिलाफ थे। ये शादी रोकने के लिए अंजना पर परिवार ने कई तरह की पाबंदियां लगा दीं। जब दोनों ही परिवार खिलाफ हुए तो प्रज्जवल के बड़े भाई उज्जवल इकलौते शख्स थे जिन्होंने दोनों की मदद की। उन्होंने गुपचुप तरीके से हेटौडा आकर अंजना और प्रज्जवल की शादी करवाई और अपने घरवालों को अंजना को ललितपुर स्थित घर में साथ रखने के लिए राजी कर लिया। परिवार ने बड़े बेटे उज्जवल की बात मानते हुए अंजना को घर में जगह तो दे दी, लेकिन उन्हें अपनाया नहीं। वहीं दूसरी तरफ शादी की खबर मिलते ही अंजना के परिवार ने उनसे बातचीत पूरी तरह बंद कर दी। अंजना के ससुराल में सास-ससुर, जेठ उज्जवल, उज्जवल की पत्नी, उनका बेटा था। शुरुआत में अंजना की घरवालों से बिल्कुल नहीं बनती थी, लेकिन समय के साथ वो लोग उन्हें अपनाने लगे। इस बीच अंजना लगातार अपने पेरेंट्स को मनाने की कोशिश कर रही थीं। कुछ महीनों बाद अंजना के परिवार से उनकी ठीक-ठाक बात होने लगी। इसी बीच पारिवारिक मतभेद दूर करने के लिए अंजना ने अपने छोटे भाई को बेहतर स्कूलिंग देने के लिए हेटौडा से ललितपुर बुला लिया और ससुराल में ही रखा। इससे दोनों परिवार के बीच रिश्ते सुधरने लगे थे। शादी के कुछ महीनों बाद ही प्रज्जवल की भी अच्छी नौकरी लग गई। सब कुछ ठीक चल रहा था, इसी बीच अंजना ने खुद का छोटा सा बिजनेस शुरू करने का फैसला लिया। ये फैसला इसलिए क्योंकि घर के ज्यादातर लोग काम के सिलसिले में दिनभर घर से बाहर रहते थे। बोरियत दूर करने के लिए अंजना ने घर के पास एक छोटा सा ब्यूटी सैलून खोल लिया। कभी अंजना के खिलाफ रहे ससुरालवाले भी उनके इस काम का सपोर्ट कर रहे थे। अंजना अपने सैलून के लिए बेहद जुनूनी थीं। उस समय टिकटॉक काफी ट्रेंड में था, तो अंजना भी अपने सैलून से टिकटॉक वीडियो बनाने लगीं। देखने में बेहद खूबसूरत अंजना के टिकटॉक वीडियो जल्द ही वायरल होने लगे। उनकी पॉपुलैरिटी सोशल मीडिया पर ऐसी बढ़ी कि उन्हें मॉडलिंग के ऑफर मिलने लगे। कई बड़ी-बड़ी ब्रांड अंजना के साथ कोलैब करती थीं, वहीं वो कई मैगजीन शूट का भी हिस्सा बनीं। पहले देखिए अंजना लामा की मॉडलिंग की तस्वीरें- उन्हें नेपाल के म्यूजिक वीडियो में भी काम मिल जाया करता था। एक वीडियो में तो अंजना के जेठ उज्जवल ने साउंड डिजाइनिंग की थी। उज्जवल साउंड डिजाइनर था, हालांकि समय के साथ हियरिंग प्रॉब्लम के चलते उसे काम बंद करना पड़ा था। अंजना की बढ़ती पॉपुलैरिटी के साथ ही उनके ससुराल की आर्थिक स्थिति लगातार बेहतर होती जा रही थी। उनकी सास भी सारे गिले-शिकवे भूलकर उन्हें अपना चुकी थीं। हालांकि, उनकी जेठानी यानी उज्जवल की पत्नी को वो खास पसंद नहीं थीं। सभी अक्सर घूमने जाया करते थे और साथ में तस्वीरें-वीडियोज पोस्ट किया करते थे। नेपाल में मशहूर होने के बाद अंजना ने सोचा कि क्यों न यहां से निकलकर कुछ बड़ा किया जाए। अंजना ने जब ये बात पति प्रज्जवल को बताई तो वो भी इस आइडिया से खुश था। दोनों ने तय किया कि वो कनाडा शिफ्ट होंगे। जब उन्होंने ये बात परिवार के सामने रखी, तो सभी नाराज हुए। घर में फिर झगड़े होने लगे और अंजना की जेठानी भी उनके खिलाफ सबके कान भरने लगीं। वहीं दूसरी तरफ अंजना और प्रज्जवल ने कनाडा जाने के लिए पैसे जमा करने शुरू कर दिए। अंजना को मॉडलिंग प्रोजेक्ट इतने मिलते थे कि उन्होंने अपना पार्लर बंद कर दिया था। ऐसे में वो ज्यादातर समय घर पर ही बिताती थीं। जब ससुराल वालों का रवैया अंजना के लिए बुरा होने लगा तो आखिरकार उन्होंने अपने घर में इसकी शिकायत की, लेकिन घरवालों ने उनकी मदद करने के बजाय ये कह दिया कि घर में छोटी-मोटी बातें होती रहती हैं, उन्हें थोड़ा एडजस्ट करना चाहिए। इस बात को कुछ ही दिन बीते थे कि 9 मई को अचानक अंजना की सास ने उनकी मां को कॉल कर घबराते हुए उन्हें जल्दी घर आने को कहा। कॉल पर उन्होंने बस इतना कहा कि घर में एक बड़ा हादसा हो गया है, वो हादसा क्या था, वो बताने को तैयार नहीं थीं। घरवालों ने घबराकर प्रज्जवल को कॉल किया, तो वो भी रोता-बिलखता रहा और कुछ बता नहीं सका। सभी फिक्रमंद होकर हेटौडा से 100 किलोमीटर दूर स्थित बेटी के ससुराल ललितपुर पहुंचे। आमतौर पर ये रास्ता 2 घंटे का होता है, लेकिन उस दिन ट्रैफिक के चलते उन्हें पहुंचने में 6-8 घंटे लग गए। वो लोग पहुंचे तो घर के बाहर भीड़ लगी हुई थी। कदम बढ़ाए तो देखा कि अंजना के साथ रहने वाला उनका छोटा भाई दरवाजे के पास बैठा फूट-फूटकर रो रहा था। इतने में अंदर से कुछ पुलिसवाले आए और अंजना के पिता को अंदर चलने को कहा। वो अंदर पहुंचे तो खून से लथपथ कमरे में बेटी की लाश पड़ी थी। लाश की हालत देखकर पिता सिहर उठे, पसीने से भीगे पिता ने बाहर आते ही पुलिसवालों से कहा- ससुरालवालों ने बेटी को मार डाला, उन्हें गिरफ्तार कर लो, लेकिन तभी पुलिसवालों ने कहा कि आपकी बेटी का कातिल पहले ही गुनाह कबूल कर चुका है और पुलिस गिरफ्त में है। उसने ये भी बताया है कि परिवार का इस हत्या से कोई लेना-देना नहीं है। जब परिवार ने पूछा कि आखिर वो कौन है, तो जवाब मिला उज्जवल, अंजना का वही जेठ, जिसने उनकी शादी में सबसे ज्यादा मदद की थी। ये सुनकर परिवार को तेज धक्का लगा, क्योंकि परिवार से बातचीत के दौरान अंजना सिर्फ उज्जवल की ही तारीफें करती थीं। वो कहती थीं कि परिवार में उज्जवल उनका सबसे ज्यादा ख्याल रखता है। पुलिस कस्टडी में उज्जवल ने बताया कि उसने 9 मई 2019 को दोपहर 1 बजकर 30 मिनट पर देखा कि अंजना घर में अकेली हैं। उनका पति सुबह नाश्ता कर ऑफिस जा चुका था। उज्जवल बालकनी में खड़ा था, तभी उसने देखा कि अंजना घर से बाहर निकलीं और कुछ देर में घर लौट आईं। वो नीचे आया तो देखा कि वो अपने कमरे में थीं। वो आमतौर पर कमरे का दरवाजा बंद रखती थीं, लेकिन उस दिन कमरे का दरवाजा खुला हुआ था। उज्जवल ने कमरे से नेपाली खुखरी (मांस काटने वाला छोटा चाकू) ली और अंजना के कमरे में पहुंच गया। अंजना फोन में बिजी थीं। उसे लगा कि खुखरी छोटी है तो वो चुपचाप मां के कमरे में गया, वहां से बड़ी खुखरी ले आया। इस बार जब वो अंजना के कमरे में गया तो उन्होंने पलटकर देखा। वो कुछ समझ पातीं उससे पहले ही उज्जवल ने उस पर खुखरी से वार करना शुरू कर दिया। उज्जवल इतने एग्रेशन के साथ वार कर रहा था कि जब अंजना ने खुद को बचाने के लिए हाथ ऊपर किया तो उसने हाथ ही काट डाला, जो पास जाकर गिरा। चीखते-चिल्लाते जब उन्होंने पैर से उसे मारने की कोशिश की तो उसने उनका पैर भी काट दिया। वो लगातार उन पर खुखरी से वार किए जा रहा था। शरीर लगभग छलनी हो चुका था। गर्दन पर उज्जवल ने इतनी बार चाकू मारा कि गर्दन धड़ से अलग होकर लटक सी गई थी। चेहरे पर भी कई वार किए। बिस्तर और फर्श पर खून ही खून था। वो तब तक उन्हें मारता जब तक उनकी सांसें नहीं थम गईं। इसके बाद वो फिर मां के कमरे में गया और पूरी कहानी बताई। मां ने तुरंत बेटे प्रज्जवल को कॉल किया और फिर सबने पुलिस को इत्तला दी। जब पूछा गया कि आखिर कत्ल की वजह क्या थी तो उसने जो बताया वो सुनकर हर कोई हैरान था। उज्जवल ने कहा कि उसे अंजना का फ्रैंडली बिहेवियर पसंद नहीं था। वो छोटे कपड़े पहनकर मॉडलिंग करती थी और हर किसी से बात करती थी। उसकी पत्नी भी उसे पसंद नहीं करती थी। इसके अलावा उसे सबसे ज्यादा आपत्ति इस बात से थी कि अंजना, प्रज्जवल के साथ कनाडा शिफ्ट होने वाली थी। उज्जवल को लगा कि अंजना उसे भाई से अलग कर देगी, यही वजह रही कि उसने मौका पाते ही अंजना का कत्ल कर दिया। ये मामला करीब 2 साल तक कोर्ट में रहा। आखिरकार उज्जवल को अंजना का कत्ल करने के आरोप में उम्रकैद की सजा सुनाई गई। इसी बीच प्रज्जवल अकेले ही कनाडा शिफ्ट हो गया और उसने परिवार से रिश्ते तोड़ लिए। उज्जवल को बचाने के लिए उसके परिवार ने ये केस री-ओपन करवाया और ये साबित करने की कोशिश की कि उसका मानसिक संतुलन ठीक नहीं था। हालांकि, इस लॉजिक को कोर्ट ने खारिज कर दिया और अपना फैसला बरकरार रखा।